मेघ,
मल्हारों का मौसम,
भीगे
त्योहारों का मौसम |
यौवन
जैसा बदरा बरसे,
तपते अंगारों का मौसम ||
रक्त
शिराओं में व्याकुल,
मुक्त
घटाओं में व्याकुल |
गंध
अनोखी सावन की,
सुप्त
गुफाओं में व्याकुल |
‘हरे’
से हारे हैं हम दोनों
बढ़ते मनुहारों का मौसम |
मेघ, मल्हारों का मौसम,
भीगे
त्योहारों का मौसम ||
दहके
तन की आग बुझा,
महके
मन के भाग्य जगा |
प्रेम
गीत होठो से गूंजे,
कोई
तो ऐसा राग सुझा ||
कान्हा
की बंसी है गूंजे,
कालिंदी धारों का मौसम |
मेघ, मल्हारों का मौसम,
भीगे
त्योहारों का मौसम ||
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