Monday, August 15, 2016


 मैं तो नंगे पाँव चला था
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विचार क्रांति लाते हैं, विचार हम जो हैं वो हमे बनाते हैं| कहने को तो बहुत साधारण बात है, लेकिन ये सच है आशावाद और जीवन के प्रति सकारात्मक द्रष्टिकोण आपको प्रेरित करते हैं, बेहतर से बेहतर करने के लिए | एक ऐसी ऊर्जा प्रवाहित होती रहती है, जो हमें कभी न रुकने, न थकने वाला बनाती है | मैंने अपने जीवन में इस बात को पाया है और पूरे विश्वास से कहता हूँ की इस छोटे जीवन में सिर्फ अपने को बदल लो, सब बदल जाएगा | आपका अपना .. अरुणेन्द्र सोनी .प्रेरक वक्ता

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